110 Sad Shayari । सैड शायरी
चुपके-चुपके रात दिन, आंसू बहाना याद है। हमको अब तक आशिकी का, वो जमाना याद है। हम तो बिछड़े थे तुमको अपना, एहसास दिलाने के लिए। मगर तुमने तो मेरे […]
चुपके-चुपके रात दिन, आंसू बहाना याद है। हमको अब तक आशिकी का, वो जमाना याद है। हम तो बिछड़े थे तुमको अपना, एहसास दिलाने के लिए। मगर तुमने तो मेरे […]
हर किसी की आँखे जिस्मों को नहीं ढूंढती है, कुछ लोग रूह में बसना बेहतर समझते हैं। उन्हें रब से मांगते हुए, रोना भी अच्छा लगता है। खुदा कबूल ना […]